आज भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट देखी जा रही है, जिसका कारण घरेलू और वैश्विक कारक हैं, जो निवेशकों की भावना पर नकारात्मक प्रभाव डाल रहे हैं।
प्रमुख सूचकांक दबाव में हैं, और NIFTY 23,200 और 22,930 के महत्वपूर्ण समर्थन स्तरों के करीब पहुंच रहा है।
घरेलू स्तर पर:1. बैंकिंग और वित्तीय क्षेत्र (BFSI) में गिरावट: HDFC बैंक के शेयर 1.5% गिर गए, क्योंकि इसकी व्यापारिक रिपोर्ट उम्मीद से कमजोर रही। धीमी ऋण वृद्धि और माइक्रोफाइनेंस लोन (MFI) को लेकर चिंताओं ने इस क्षेत्र पर दबाव बढ़ाया है।2. उपभोक्ता मांग में कमी: डाबर के शेयर 5% गिर गए, क्योंकि Q3 अपडेट में मांग की कठिन स्थिति सामने आई।वैश्विक स्तर पर:1. कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि: कच्चे तेल की कीमत $76 प्रति बैरल से ऊपर पहुंच गई है, जिससे मैक्रोइकोनॉमिक चुनौतियां बढ़ गई हैं।2. डॉलर इंडेक्स का उच्च स्तर: मजबूत डॉलर निवेशकों की चिंता का कारण बन रहा है।3. विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) की बिकवाली: FIIs ने शुक्रवार को ₹4,227 करोड़ के शेयर बेचे, जो बाजार की रिकवरी पर उनके विश्वास की कमी को दर्शाता है।
अन्य चिंताएँ:1. भारत में दो HMPV वायरस मामलों का पता चला है, जिससे स्वास्थ्य व्यवधान की आशंका बढ़ गई है।2. जापान के वित्त मंत्री के संभावित ब्याज दर वृद्धि के बयान ने “येन कैरी ट्रेड” के गिरने की आशंका पैदा कर दी है, जिससे वैश्विक बाजारों में प्रभाव पड़ रहा है।निष्कर्ष: कमजोर घरेलू आंकड़े, वैश्विक आर्थिक दबाव, और स्वास्थ्य संबंधी नई चिंताओं ने बाजार की भावना को कमजोर कर दिया है, जिसके परिणामस्वरूप आज शेयर बाजार में भारी गिरावट हुई है।